प्रत्यक्ष कर संग्रह में 5 प्रतिशत वृद्धि

प्रत्यक्ष कर संग्रह में 5 प्रतिशत वृद्धि

नई दिल्ली : औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार में कमी का असर प्रत्यक्ष कर संग्रह पर दिखाई दे रहा है। चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह अप्रैल से जुलाई के दौरान प्रत्यक्ष कर संग्रह मात्र 4.68 प्रतिशत बढ़ा है। इस अवधि में कंपनी कर संग्रह में गिरावट दर्ज हुई है।

पहले चार माह में कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह मात्र 4.68 प्रतिशत के इजाफे के साथ 1.39 लाख करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1.32 लाख करोड़ रुपए था। चिंता की बात कंपनी कर संग्रह है, जिसमें इस अवधि में 1.51 प्रतिशत की गिरावट आई।

वित्त वर्ष के पहले चार माह में कंपनी कर संग्रह 83,932 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 85,222 करोड़ रुपए था।

विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन की वजह से मई माह में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर मात्र 2.4 फीसद रह गई।

हालांकि, सकल व्यक्तिगत आयकर संग्रहण इस दौरान 16 प्रतिशत बढ़कर 54,642 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो इससे पिछले साल की समान अवधि में 47,195 करोड़ रुपए था। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, August 7, 2012, 13:09

comments powered by Disqus