Last Updated: Sunday, January 8, 2012, 18:30
जयपुर : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली वैश्विक प्रवासी भारतीय सलाहकार परिषद की रविवार को हुई बैठक में सदस्यों ने उच्च शिक्षा, खुदरा क्षेत्र में निवेश और प्रशासन से जुड़े विषयों से संबंधित चिंताओं को लेकर चर्चा की।
परिषद की तीसरी बैठक रविवार को यहां राजभवन में हुई। इसमें यह भी चर्चा की गई कि वैश्वीकरण के दौर में किस प्रकार से भारत और सक्रिय भूमिका निभा सकता है। अमेरिका और यूरोप में मंदी के बीच सिंह ने कहा कि विकास के केंद्रों को एशिया प्रशांत का रूख करना चाहिए।
उन्होंने कहा, उन्हें विश्वास है कि कई तरह की बाधाओं के बावजूद भारत 9 से 10 प्रतिशत वाषिर्क वृद्धि के पथ पर वापस लौट सकता है। प्रधानमंत्री कार्यालय की विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार परिषद के सभी सदस्यों के सुझावों पर विचार करेगी और इन पर सक्रियता से आगे बढ़ेगी। इस बैठक में प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री वयलार रवि, ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश, योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया और विदेश राज्य मंत्री ई अहमद ने हिस्सा लिया।
बैठक में हिस्सा लेने वाले अन्य लोगों में एल एन मित्तल, सैम पित्रोदा, लार्ड करण एफ बिलमोरिया, स्वदेश चटर्जी, इला गांधी, लार्ड खालिद हमीद, रेणु खाटर, किशोर महबूबनी और लार्ड छोटे लाल पारेख शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 9, 2012, 00:00