Last Updated: Wednesday, June 6, 2012, 14:44

नई दिल्ली : केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा है कि देश में अनाज बफर स्टाक और जरूरत से अधिक है। उन्होंने कहा कि देश चावल के साथ-साथ गेहूं का भी सबसे बड़ा निर्यातक बन सकता है।
शर्मा मंगलवार को अनुपूरक वार्षिक विदेश व्यापार नीति की घोषणा के बाद संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि व्यापार के बारे में नीति तय करते समय पहले घरेलू जरूरत को ध्यान में रखा जाता है।
उन्होंने कहा, कृषि उत्पादों का निर्यात करने से पहले हम अपने देश की खाद्य सुरक्षा की जरूरत को प्राथमिकता देते हैं। शर्मा से पूछा गया था कि कृषि जिन्सों के निर्यात को कभी खोलने और कभी बंद करने के निर्णय से क्या निर्यातक के रूप में भारत की विश्वसनीयता प्रभावित नहीं होती।
उन्होंने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय फरवरी 2011 से ही कुछ जिन्सों के निर्यात को खोलने का सुझाव दे रहा था पर यह ऐसा विषय है जिसका निर्णय केंद्रीय वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह द्वारा किया जाता है।
शर्मा ने कहा, हम चावल के मामले में दुनिया के सबसे बड़े निर्यात हो गए हैं। इस समय घरेलू भंडार की स्थिति को देखते हुए भारत गेहूं के निर्यात में भी नंबर एक बन सकता हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 6, 2012, 14:44