Last Updated: Wednesday, February 13, 2013, 14:30
लंदन : विनिमय दरों को नियंत्रित रखने को लेकर प्रमुख देशों में होड़ शुरू होने की चिंताओं को खारिज करते हुए जी-7 राष्ट्रों ने जोर दिया है कि विनिमय दर बाजार की शक्तियों द्वारा ही तय होता रहेगा। जी-7 दुनिया के सात शीर्ष विकसित देशों का मंच है।
जी-7 के वर्तमान अध्यक्ष ब्रिटेन द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया, ‘हम जी-7 के मंत्री और गवर्नर अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं कि विनियम दरें बाजार निर्देशित ही रहेंगी। राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों से विनियम दरों को लक्षित नहीं किया जाएगा।’ बयान में कहा गया, ‘हम यह संकल्प दोहराते हैं कि हमारी राजकोषीय और मौद्रिक नीतियां संबंधित घरेलू उद्देश्यों को पूरा करने पर केंद्रित रही हैं और आगे भी रहेंगी और इसमें विनिमय दरों को लक्षित नहीं किया जाएगा।’
उल्लेखनीय है कि जापान एवं अन्य देशों की नरम मौद्रिक नीतियों से प्रमुख देशों के बीच विनिमय दर को लेकर युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ गई है। बाजार में अटकलें हैं कि नीति निर्माता निर्यात को और प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए अपनी मुद्राओं का अवमूल्यन करने की कोशिश कर रहे हैं।
बयान में कहा गया कि जी-7 देश अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, कनाडा और इटली विनिमय दरों पर एक-दूसरे के साथ गहन विमर्श करने पर राजी हुए हैं। अगर विनिमय दरों को अनुचित ढंग से बढ़ने और घटने दिया गया तो इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्तीय स्थिरता प्रभावित हो सकती है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 13, 2013, 14:30