Last Updated: Monday, May 7, 2012, 16:19
नई दिल्ली: बिजली वितरण कंपनियों का नुकसान इस साल मार्च के अंत तक दो लाख करोड़ रुपये का स्तर पार कर गया। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक, कम शुल्क व अधिक ईंधन लागत के चलते कंपनियों का नुकसान बढ़ा है।
क्रिसिल ने आज यह भी कहा कि अगले पांच साल में बिजली की दरों में प्रति वर्ष करीब 6.5 प्रतिशत की वृद्धि की जानी चाहिए जिससे बिजली वितरण कंपनियों का स्वास्थ्य सुधारने में मदद मिलेगी।
रेटिंग एजेंसी की इकाई क्रिसिल इंफ्रास्ट्रक्चर एडवाइजरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली वितरण कंपनियों का समेकित कुल नुकसान वित्त वर्ष 2011-12 के अंत तक 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहने का अनुमान है। देश में करीब 89 बिजली वितरण कंपनियां हैं।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 7, 2012, 21:49