Last Updated: Tuesday, May 29, 2012, 20:09
नई दिल्ली : ऐसे समय जब एयर इंडिया में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान भारत में दस्तक देने को तैयार है, सरकार ने आज कहा कि वह विमान डिलीवरी में विलंब के लिए विमान विनिर्माता से मुआवजा लेने पर जल्द निर्णय करेगी।
नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा कि जब तक एयर इंडिया और बोइंग के बीच मुआवजा पैकेज पर सहमति नहीं बन जाती, विमान नहीं लिया जाएगा। ड्रीमलाइनर विमान की डिलीवरी में करीब चार साल का विलंब हुआ है।
हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ‘उचित स्तर’ पर इस मामले पर जल्द ही निर्णय किया जाएगा। उचित स्तर के संबंध में उनका इशारा केंद्रीय कैबिनेट से था।
सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया, जैसा कि विमान की डिलीवरी में विलंब के लिए मुआवजा पैकेज पर फिलहाल निर्णय नहीं किया गया है, हम विमान की डिलीवरी लेने की स्थिति में नहीं होंगे। एयर इंडिया के बोर्ड ने मुआवजा के मुद्दे पर कल एक व्यापक चर्चा की जिसमें मुआवजा राशि शामिल है। इसमें मामले को मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजने का निर्णय किया गया।
उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने 2005 में 27 बी-787 और 41 बी-777 विमानों की खरीद का ऑर्डर दिया था और मूल कार्यक्रम के मुताबिक, इन विमानों की डिलीवरी सितंबर, 2008 से शुरू होनी थी। लेकिन बोइंग में श्रमिक समस्याओं सहित विभिन्न कारणों से ड्रीमलाइनर विमानों की डिलीवरी में विलंब हुआ। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 29, 2012, 20:09