Last Updated: Sunday, August 5, 2012, 17:44
नई दिल्ली : योजना आयोग की एक समिति ने आगाह किया है कि यदि सुधारों को आगे नहीं बढ़ाया तो आर्थिक वृद्धि दर घटकर छह प्रतिशत से नीचे आ जाएगी।
ऊर्जा एवं महत्वपूर्ण जिसों के परिवहन पर राष्ट्रीय परिवहन विकास नीति समिति के कार्यसमूह की रिपोर्ट मंट कहा गया है, बिना सुधारों के आर्थिक वृद्धि दर घटकर छह प्रतिशत वाषिर्क से नीचे आ जाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार को निवेश योजना, प्रोत्साहन व्यवस्था और नियामकों को मजबूत करना होगा, तभी अर्थव्यवस्था 8-9 प्रतिशत की दर से बढ़ पाएगी।
नास्काम के मुख्य अर्थशास्त्री अनुपम खन्ना की अगुवाई वाले कार्यसमूह के मुताबिक संपत्ति के बिखराव का जोखिम बना हुआ है। निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रो को वित्तीय झटके का अंदेशा है।
इसमें कहा गया है कि बिजली को पहुंचाना इस समय काफी महंगा है। ऐसे में अक्षय ऊर्जा तथा ऊर्जा दक्षता पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। 2011-12 में देश की आर्थिक वृद्धि दर घटकर नौ साल के निचले स्तर 6.5 फीसद पर आ गई।
कई एजेंसियों ने महंगाई की ऊंची दर तथा कमजोर मानसून की वजह से वृद्धि दर के अनुमान को घटाया है। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6 फीसद पर आ जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 5, 2012, 17:44