बिहार की आर्थिक वृद्धि 16.71% पर पहुंची: मोदी

बिहार की आर्थिक वृद्धि 16.71% पर पहुंची: मोदी

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि नवीनतम आंकडे के मुताबिक वर्ष 2011-12 में बिहार की आर्थिक वृद्धि दर 16.71 प्रतिशत रही है जो पिछले पांच साल में सर्वाधिक है। प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी।

उपमुख्यमंत्री आवास पर आज आयोजित जनता दरबार के बाद सवांददाताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वित्तीय वर्ष पूरा होने के बाद जून महीने में किए गए त्वरित आकलन के मुताबिक वर्ष 2011-12 में बिहार की विकास दर 16.71 प्रतिशत दर्ज की गई है जो कि पिछले पांच साल का उच्चतम स्तर है। मौजूदा सरकार के सत्ता में आने के बाद पिछले छह साल में प्रति व्यक्ति आय भी 80 प्रतिशत बढ़कर 15,470 रुपये तक पहुंच गई।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2011-12 में बिहार में खाद्यान्न का रिकार्ड उत्पादन हुआ। वर्ष 2011-12 में बिहार में 166.69 लाख टन खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है जबकि 2010-11 में 103.47 लाख टन खाद्यान्न उत्पादन हुआ था। मोदी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में रिकार्ड उत्पादन वृद्धि की बदौलत ही वर्ष 2011.12 में बिहार की आर्थिक विकास दर 16.71 प्रतिशत पहुंची है।

उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वर्ष 1981-82 से लेकर 1990-91 तक बिहार की आर्थिक वृद्धि औसतन 4.9 प्रतिशत रही और 1991-92 से 1995-96 तक इस प्रदेश की विकास दर शून्य रही थी। वर्ष 1995.96 से 2001-02 तक यह वृद्धि औसतन 3.8 प्रतिशत रही।

उन्होंने कहा, बिहार की विकास दर में इससे पहले जो उतार-चढाव ज्यादा रहा उसे इस सरकार ने कम किया है और हमारा प्रयास होगा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में बिहार की जो विकास दर है वह 13 प्रतिशत हासिल हो सके। राज्य सरकार की पूरी तैयारी इसी दिशा में है।

सुशील मोदी ने कहा कि बिहार की अगले पांच साल की कृषि कार्ययोजना का उद्घाटन करने के लिये राष्ट्रपति को आमंत्रित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बेशक बिहार ने विकास दर के मामले में देश के बाकी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है पर प्रति व्यक्ति आय के मामले में आज भी बिहार दूसरे राज्यों से पीछे हैं।

मोदी ने कहा कि विकास दर में बढोतरी के साथ पिछले वर्षों की तुलना में बिहार में प्रति व्यक्ति आय में भी 12 प्रतिशत वृद्धि हुई है फिर भी इस मामले में देश के अन्य राज्यों से काफी पीछे हैं।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2004-05 के स्थिर मूल्यों पर बिहार में वर्ष 2011-12 में प्रति व्यक्ति आय 15470 रूपये रही जबकि वर्ष 2005-06 में मौजूदा सरकार के सत्ता में आने के समय यह 8641 रूपये पर थी।

मोदी ने कहा कि इस बार राज्य सरकार के प्रयासों से कृषि क्षेत्र में भी रिकार्ड वृद्धि हासिल की गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में कृषि क्षेत्र के लिये अगले पांच साल की जो कृषि कार्य योजना तैयार की गई है उसमें 1,50,000 करोड रूपया कृषि और उससे जुडे क्षेत्र पर खर्च किया जायेगा। हमारा लक्ष्य है कि बिहार में कृषि क्षेत्र में औसतन हर साल सात प्रतिशत वृद्धि हासिल हो तभी सकल राज्य विकास दर 13 प्रतिशत हासिल की जा सकेगी।

उन्होंने कहा कि बिहार की अस्सी प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है इसलिए अगर इसकी विकास दर बढती है तो ग्रामीण क्षेत्र में रहने वालों की आमदनी भी बढेगी। उन्होंने बिहार में प्राथमिकता वाले क्षेत्र कृषि, पशुपालन और वन क्षेत्र में विकास दर बढ़ेगी तो गांव में रहने वाले गरीब आदमी की आमदनी बढेगी। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 17, 2012, 21:52

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