Last Updated: Friday, May 3, 2013, 18:55

ग्रेटर नोएडा : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने आज विश्वास जताया कि सरकार बीमा तथा पेंशन क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सीमा बढ़ाने के प्रस्ताव पर आगे बढ़ने में सक्षम होगी। संसद में जारी गतिरोध के बावजूद उन्होंने यह बात कही।
46वें एडीबी सम्मेलन में एक सेमिनार को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि देश की आर्थिक वृद्धि दर अगले तीन साल में बढ़कर 8 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। 2012-13 में इसके 5 प्रतिशत के आसपास रहने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘बहु-ब्रांड : एकल खुदरा ब्रांड, एयरलाइन आदि क्षेत्रों में एफडीआई नियमों को उदार बनाया गया है और मुझे विश्वास है कि बीमा तथा पेंशन जैसे क्षेत्रों में कदम आगे बढ़ाए जाएंगे।’ बीमा संशोधन विधेयक 2008 से राज्यसभा में लंबित है। इसमें बीमा क्षेत्र में एफडीआई सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने का प्रावधान है। कोयला तथा अन्य घोटालों एवं अन्य मुद्दों के कारण संसद की कार्यवाही बाधित हो रही है।
आर्थिक वृद्धि के संदर्भ में चिदंबरम ने कहा कि 2004 और 2008 में हमारी आर्थिक वृद्धि दर औसतन 8.5 प्रतिशत रही। पिछले दो साल में हमारी वृद्धि कम हुई है लेकिन अगले तीन साल में हम 8 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर लेंगे। अन्य सुधारात्मक कदमों का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि सड़क एवं कोयला क्षेत्र एवं रेलवे में शुल्कों के निर्धारण के लिये स्वतंत्र नियामकीय प्राधिकरणों के गठन की जल्द घोषणा की जाएगी।
चिदंबरम ने आगे कहा कि सरकार को कोयले की कमी से जुड़े मुद्दों का समाधान करेगी। उन्होंने कहा, ‘कोयले की कमी से बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहा है। इसका समाधान कोयले के आयात के जरिये किया जा रहा है और घरेलू कोयले की निश्चित आपूर्ति का आश्वासन दिया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 3, 2013, 18:55