Last Updated: Tuesday, April 17, 2012, 14:12
मुंबई : देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने विभिन्न ऋणों पर जल्द ब्याज दरों में कटौती का संकेत दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को मौद्रिक नीति की सालाना समीक्षा में रेपो दरों में आधा फीसदी कटौती की है। इसके मद्देनजर एसबीआई ने कहा है कि वह जल्द ब्याज दरों में ‘व्यापक’ कटौती करेगा।
एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने मंगलवार को यहां रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दरों में कटौती के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा, निश्चित रूप से इसका आगे प्रसार होगा। पिछली नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) कटौती का प्रभाव अभी पूरी तरह देखने को नहीं मिला है, क्योंकि यह कटौती मार्च में हुई थी। हमारा मानना था कि हमें 17 अप्रैल तक इंतजार करना चाहिए और उसके बाद व्यापक कटौती करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हर वर्ग में ब्याज दरों में कटौती नहीं होगी। सिर्फ उन चुनिंदा वर्गों में कटौती होगी।
चौधरी ने यह पूछे जाने पर कि क्या ब्याज दरों में उल्लेखनीय कटौती देखने को मिलेगी, कहा, हां, निश्चित तौर पर। बैंक अपनी आधार दर (बेस रेट) से कम पर रिण नहीं दे सकते हैं। एसबीआई की आधार दर उद्योग में सबसे कम 10 प्रतिशत है।
पिछले महीने रिजर्व बैंक ने सीआरआर को 5.5 प्रतिशत से घटाकर 4.75 फीसद कर दिया था। बैंकों को अपनी जमा का एक निश्चित अनुपात केंद्रीय बैंक के पास रखना होता है, जिसे सीआरआर कहा जाता है। इस कदम के जरिये केंद्रीय बैंक ने अर्थव्यवस्था को 48,000 करोड़ रुपये की नकदी अतिरिक्त उपलब्ध कराई थी।
उन्होंने कहा कि हमारी परिसंपत्ति देनदारी समिति (आल्को) की बैठक आज शाम को हो रही है जिसमें इस पर फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्राहकों तक इस कटौती का लाभ पहुंचाने के लिए हमें कुछ और मानकों को देखना होगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 17, 2012, 19:42