Last Updated: Sunday, May 13, 2012, 15:04
लंदन : डेविड कैमरन सरकार के कड़े आव्रजन नियमों, नौकरियों के अवसर घटने तथा दोबारा मंदी आने से यहां गैरकानूनी तरीके से आने वाले भारतीय अब अपने ‘लंदन ड्रीम्स’ के सपने को भुलाकर घर वापसी कर रहे हैं।
साउथाल तथा अन्य स्थानों पर ‘स्लम’ में अवैध तरीके से रहे रहे दूसरे देशों के नागरिकों को हटाने के लिए एक नया कार्यबल बनाया गया है। आंकड़ों से पता चलता है कि ऐसे भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है जो अवैध तरीके से देश में घुसे थे और अब वे वापसी के लिए आधिकारिक सहायता मांग रहे हैं। बड़ी संख्या में भारतीय काफी कठिन यात्रा को पूरा कर यहां अवैध तरीके से आए थे। उनको यहां बेहतर जीवन की उम्मीद थी, जो दुस्वप्न साबित हुई। अब उन्हें स्लम जैसी परिस्थितियों में रहना पड़ रहा है।
वापस जाने वाले भारतीयों की संख्या आंकड़ों के हिसाब से बेशक छोटी दिखती है, लेकिन 2009 के बाद से इसमें लगातार इजाफा हो रहा है जो ब्रिटिश सीमा एजेंसी के कड़े रुख के अलावा भारतीयों की घर लौटने की इच्छा को भी दर्शाता है। बताया जाता है कि बहुत से भारतीय इसलिए घर लौटना चाहते हैं क्योंकि उनके पास कमाई के ज्यादा मौके नहीं हैं।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, May 13, 2012, 20:34