Last Updated: Saturday, November 24, 2012, 23:45
नई दिल्ली : भारती वॉलमार्ट ने मुख्य वित्त अधिकारी पंकज मदान समेत अपने पांच अधिकारियों को निलंबित किया है। खुादरा दुकानदारी करने वाली दिग्गज अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट कुछ देशों के अपने प्रतिष्ठानों के अधिकारियों पर कारोबार के लिए भ्रष्ट तरीके अपना ने के आरोपों की आंतरिक स्तर पर जांच कर रही है।
सूत्रों के अनुसार यह कार्रवाई उसी जांच के सिलसिले में की गयी है। उसका यह थोककारोबार करने वाला उपक्रम स्थानीय भारतीय समूह के साथ 50:50 की हिस्सेदारी में है।
जांच आगे बढ़ने के साथ कंपनी के कुछ और अधिकारी इसकी चपेट में आ सकते हैं। निलंबन की पुष्टि करते हुए भारती वॉलमार्ट के प्रवक्ता ने कहा, हम पूरी जांच करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जांच पूरी होने से पहले इस पर कोई टिप्पणी करना हमारे लिए अनुचित है। सूत्रों ने बताया कि भारत और कुछ अन्य देशों में वालमार्ट पर रिश्वत देने के आरोपों की जांच के मद्देनजर मंगलवार को भारती वालमार्ट के मुख्य वित्त अधिकारी मदान और कंपनी के कानून विभाग के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। इन पर क्या आरोप हैं, इसका अभी पता नहीं चल सका है।
यह पूछने पर कि क्या कंपनी ने जांच पूरी होने तक और स्टोर खोलने की योजना पर रोक लगाने का फैसला किया है, प्रवक्ता ने कहा, हम भारतीय बाजार के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विश्व से सबसे गतिशील बाजारो में से एक भारत में अपने कारोबार के विस्तार, किसानों के लिए अवसर बढ़ाने और भारत में लोगों के जीवन निर्वाह के खचरें में कमी लाने में मदद करने के मौके निकालने के प्रति उत्साहित हैं। भारती वॉलमार्ट बेस्ट प्राइस माडर्न होलसेल ब्रांड थोक दुकानें चलाता है।
वॉलमार्ट ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह विदेश में रिश्वत देने पर प्रतिबंध संबंधी अमेरिकी कानून :एफसीपीए: के उल्लंघन के संबंध में कुछ देशों में अपने प्रतिष्ठानों के खिलाफ जांच कर रही है। इन देशों में भारत के अलावा चीन,ब्राजील और विकासशील विश्व के कुछ और देश भी है। अमेरिकी कानून के तहत देश की कोई कंपनी किसी अन्य देश के अधिकारियों को रिश्वत देती है तो वह अमेरिका में अपराध है।
कंपनी ने कहा था, हम कई विदेशी बाजारों में एफसीपीए के संभावित उल्लंघन के आरोपों की जांच कर रहे हैं जिनमें ब्राजील, चीन और भारत शामिल हैं लेकिन जांच इन देशों तक सीमित नहीं रहेगी। इसके अलावा मेक्सिको में भी पहले से ही जांच चल रही है। मार्च 2011 में अमेरिकी कंपनी ने एफसीपीए के अनुपालन से जुड़ी नीतियों, व्यवहार और आंतरिक नियंत्रण की वैश्विक समीक्षा शुरू की थी।
वॉलमार्ट ने कहा है कि जब आरोप लगते हैं या इसका पता लगता है तो वह तीसरे पक्ष के सलाहकारों के साथ मिलकर पूछ-ताछ करते हैं और जब इसकी पुष्टि होती है तो जांच शुरू करते हैं।’’ उल्लेखनीय है कि भारत में बंकिंग विनियामक भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रवर्तन निदेशालय से कहा है कि वह भारती एंटरप्राइजेज के एक अन्य उपक्रम - सेडर सपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड - में वॉलमार्ट के निवेश के मामले में विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन के संबंध में जांच करे।
हालांकि भारती एंटरप्राइजेज ने हालांकि इस मामले में किसी किस्म के कानून के उल्लंघन से इन्कार किया है। कंपनी ने कहा था कि सारी प्रक्रिया कानून के मुताबिक पूरी की गई है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 24, 2012, 23:45