भारत की रेटिंग पर व्यापार घाटा का बुरा असर: मूडीज

भारत की रेटिंग पर व्यापार घाटे का बुरा असर: मूडीज

भारत की रेटिंग पर व्यापार घाटे का बुरा असर: मूडीजनई दिल्ली : वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चेतावनी देते हुये कहा कि भारत का बढ़ता व्यापार घाटा उसकी ऋण साख पर नकारात्मक असर डालेगा और इससे वहां वैश्विक झटकों की आशंका बढ़ जाएगी।

फिलहाल मूडीज ने भारत को स्थिर परिदृश्य के साथ बीएए3 रेटिंग (न्यूनतम निवेश ग्रेड) दी है और इसमें और कमी देश की साख रेटिंग को कबाड़ की श्रेणी में ला सकती है। देश का व्यापार घाटा जनवरी में बढ़कर 20 अरब डॉलर और बढ़ जाने पर

मूडीज ने कहा, ‘भारत का बढ़ता व्यापार घाटा साख को नकारात्मक कर सकता है। बढ़ते घाटे की विदेशी मुद्रा कर्ज के जरिये भरपाई की जा रही है। इससे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय उतार-चढ़ाव से भारत की स्थिति और खराब होगी।’
देश का व्यापार घाटा जनवरी में अब तक का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार घाटा रहा। इससे पहले, अक्तूबर 2012 में व्यापार घाटा 21 अरब डॉलर रिकार्ड किया गया था।

मूडीज के निवेश सेवा, सॉवरेन जोखिम समूह के वरिष्ठ विश्लेषक अतसी सेठ ने कहा, ‘व्यापार घाटा बढ़ने से मुद्रा कमजोर होगी, आयातित जिंसों का घरेलू मूल्य बढ़ेगा और फलस्वरूप पहले से ऊंची मुद्रास्फीति और बढ़ेगी।’

भारत का व्यापार घाटा 2011 में हर महीने औसतन 13.5 अरब डॉलर और 2012 में 16 अरब डॉलर मासिक रहा। वहीं वर्ष 2008 और 2010 के बीच हर महीने औसतन 9.5 अरब डॉलर का व्यापार घाटा रहा।

मूडीज के अनुसार पिछले दो साल में व्यापार घाटे में वृद्धि की वजह वैश्विक स्तर पर नरमी से भारतीय निर्यात की मांग कम होना, तेल एवं सोने की कीमतों में वृद्धि तथा ढीली राजकोषीय नीति रही है। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 18, 2013, 15:36

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