Last Updated: Monday, February 6, 2012, 11:33
नई दिल्ली : वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने सोमवार को चेतावनी दी कि घरेलू और वैश्विक मोर्चे पर कठिनाई के चालते इस साल भारत सरकार की वित्तीय साख का पलड़ा हल्का पड़ सकता है।
हालांकि स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने कहा कि उसे नहीं लगता कि निकट भविष्य में भारत के दीर्धकालिक सरकारी बांडों की साख नीचे करनी होगी। फिलहाल एजेंसी ने निकट भविषय के लिए भारत की साख के स्तर को नीचे नहीं करने जा रही है। एजेंसी ने भारत की दीर्घकालिक वित्तय साख को निवेशकों की दृष्टि से स्थिरतापूर्ण बीबीबी श्रेणी में रखा है।
इस प्रकार की रेटिंग निवेश के लिए ठीक ठाक मानी जाती है। एसएंडपी ने कहा कि भारत घरेलू स्तर पर उच्च मुद्रास्फीति, कमजोर राजकोषीय स्थिति और आर्थिक वृद्धि में नरमी से संघर्ष कर रहा है, ऐसे में यूरोपीय ऋण संकट देश पर दबाव डाल सकता है।
एसएंडपी रेटिंग सर्विसेज ने आज यहां एक रिपोर्ट में कहा कि कई अन्य देशों की तरह भारत को कुछ मामलों में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और सरकारी ऋण के जोखिम का संतुलन थोड़ा नकारात्मक दिशा में मुड़ सकता है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 6, 2012, 17:03