Last Updated: Thursday, May 10, 2012, 14:18
नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में मौजूदा वित्त वर्ष 2012-13 में भारत की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऊंची बचत तथा निवेश दर के आधार पर मौजूदा वित्त वर्ष में भारत 7.5 प्रतिशत वृद्धि हासिल कर सकेगा। हालांकि इस दौरान एशिया प्रशांत क्षेत्र की अन्य अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि दर कमजोर रहने का अनुमान है।
यूएनईएससीएपी के मुख्य अर्थशास्त्री नागेश कुमार ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है, जिसमें ऊंची बचत तथा निवेश दर है। तेजी से बढता श्रम बल तथा मध्यम वर्ग स्थिर आर्थिक निष्पादन सुनिश्चित करेगा। उल्लेखनीय है कि बीते वित्त वर्ष के लिए 6.9 प्रतिशत वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया था।
इस लिहाज से मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अनुमान ऊंचा है। भारत सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। रिपोर्ट में हालांकि, यह भी कहा गया है कि प्रमुख विकसित अर्थव्यवस्थाओं में कमजोरी एशिया प्रशांत क्षेत्र की वृद्धि दर के लिए बड़ा खतरा है। इस क्षेत्र की वृद्धि दर 2012 में घटकर 6.5 प्रतिशत रह सकती है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 10, 2012, 19:48