Last Updated: Tuesday, October 9, 2012, 16:36

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मंगलवार को कहा कि भारत का आर्थिक विकास दर 2012 में घटने का अनुमान है, जो कमजोर होकर 4.9 फीसदी रह सकता है। आईएमएफ ने कहा कि यदि अमेरिका ने अपने राजकोषीय घाटे को नियंत्रित नहीं किया और यूरोजोन संकट गहराया तो एशिया में भी इसका असर पड़ेगा।
आईएमएफ-वर्ल्ड बैंक 2012 की सालाना बैठक से पहले टोक्यो में जारी अपने हालिया वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में आईएमएफ ने कहा कि उन्नत अर्थव्यवस्थाएं इस साल 1.3 फीसदी की दर से विकास हासिल करेंगी। जबकि साल 2010 में यह दर तीन फीसदी और 2011 में यह 1.6 फीसदी था।
विकासशील एशिया में वास्तविक जीडीपी विकास दर साल 2012 में औसतन 6.7 फीसदी रहेगा और साल के दूसरे भाग में इसके 7.25 फीसदी के दर से बढ़ने का अनुमान है। इसमें मुख्य भूमिका चीन की रहेगी, जहां जन बुनियादी प्रोजेक्टों में तेजी आने के आसार हैं। भारत का आउटलुक अभी अनिश्चित है। साल 2012 में पहले हाफ में कमजोर विकास और निवेश में कमी के मद्देनजर वास्तविक जीडीपी विकास दर 5 फीसदी के करीब रहने का अनुमान है।
First Published: Tuesday, October 9, 2012, 11:09