Last Updated: Wednesday, February 22, 2012, 14:41
वाशिंगटन : अमेरिका का कहना है कि दुनिया में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आने के पीछे भारत और चीन जैसे देशों में तेज आर्थिक वृद्धि तथा कई देशों में जारी अशांति मुख्य वजह है।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कर्ने ने संवाददाताओं से कहा, गैस कीमतों में उछाल के पीछे स्पष्ट रूप से तेल की वैश्विक कीमतों पर कुछ कारकों का असर है। इनमें दुनिया के कुछ हिस्सों में अशांति और भारत, चीन जैसे देशों में तेज आर्थिक विकास भी शामिल है। उन्होंने कहा कि वैश्विक तेल की कीमतों में हाल ही में आई तेजी से उर्जा के वैकल्पिक स्रोत खोजने की जरूरत नये सिरे से रेखांकित हुई है।
उन्होंने कहा, सच्चाई यही है कि तेल कीमतों में उछाल इस बात पर जोर देने की तरफ इशारा कर रहा है, पिछले साल भी हुआ जब कीमतों में उछाल आया, दो साल पहले भी हुआ, यह विस्तृत उर्जा नीति की जरूरत को रेखांकित करता है और यही वजह है कि राष्ट्रपति ने इस नीति पर जोर दिया और देते रहे हैं।
कर्ने ने कहा, इसका परिणाम ही है कि घरेलू तेल उत्पादन बीते आठ साल में सबसे अधिक रहा है। हमारे उत्पादन को बढाने के लिए खाड़ी तथा अन्य जगहों पर लीज ब्रिकी बढ़ी है, विदेशी उर्जा स्रोतों पर हमारी निर्भरता घटी है। उन्होंने कहा कि ओबामा सरकार ने तेल का घरेलू उत्पादन बढाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की नीतियों को अमेरिका की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर दीर्घकालिक असर होगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 22, 2012, 22:49