Last Updated: Monday, May 20, 2013, 21:41
नई दिल्ली : भारत और चीन ने सोमवार को तीन सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए जिससे दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी। इन समझौतों में दवा तथा भैंस मांस के निर्यात संबंधी सहमति पत्र शामिल है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि इन समझौतों से दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी।
दोनों देशों ने भैंस के मांस, मत्स्य तथा भेषज क्षेत्र के साथ साथ चारे व चारे के सामान पर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
दोनों देशों का व्यापार घाटा 2001-02 में 1.08 अरब डॉलर था जो 2012-13 में बढ़कर 40.78 अरब डॉलर हो गया और यह चीन के पक्ष में है। चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग की भारत यात्रा के दौरान जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गये हैं उनमें ये शामिल हैं।
बयान में वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा के हवाले से इन सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर को अच्छी शुरआत बताया गया है।
भारत से चीन को भैंस मांस के निर्यात के लिए चीन के गुणवत्ता निगरानी प्रशासन (एक्यूएसआईक्यू) तथा भारत की कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण ने हस्ताक्षर किए। फिलहाल भारत से चीन को भैंस मांस के निर्यात की अनुमति नहीं है।
इसी तरह दोनों पक्षों ने मत्स्य उत्पादों के आयात-निर्यात के लिए भी समझौता किया है। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 20, 2013, 21:41