Last Updated: Thursday, April 11, 2013, 15:07
बर्लिन : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जर्मनी की यात्रा के बीच भारत और जर्मनी व्यापार और बुनियादी ढांचा सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने और गहन करने पर सहमत हुए हैं।
दोनों देशों की सरकारों के बीच के बीच नियमित संवाद व्यवस्था के तहत यहां मंत्रिमंडल स्तरीय दूसरी बैठक कल शुरू हुई जो दो दिन चलेगी। इन बैठकों के शुरू होने के ठीक पहले वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा और जर्मनी के आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी मामलों के मंत्री फिलिप रोस्लर के बीच बैठक हुई जिसमें दोनों पक्ष विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढाने और गहन करने पर सहमत थे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल द्वारा यहां कल रात आयोजित भोज के साथ कल अंतर-सरकारी संवाद की औपचारिक शुरूआत हुई। सिंह और मर्केल संयुक्त रूप से इस संवाद की अध्यक्षता करेंगे। इन वार्ताओं में दोनों पक्ष के कैबिनेट स्तर के करीब आधा दर्जन मंत्री और अनेक वरिष्ठ सरकारी शामिल होंगे।
शर्मा और रोस्लर ने दोनों देश के बीच विभिन्न मौजूदा सहयोग को और मजबूत करने तथा भविष्य में सहयोग के नए क्षेत्रों की तलाश के प्रति प्रतिबद्धता जताई। जर्मनी के आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी मामलों के मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि दोनों मंत्रियों ने माना कि भारत के बुनियादी ढांचा विकास कार्यक्रम में जर्मनी के साथ सहयोग की बड़ी संभावना है। दोनों पक्षों ने इस क्षेत्र में जर्मन प्रौद्योगिकी के उपयेाग और जर्मन निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए एक कार्यसमूह की स्थापना करने का फैसला किया है।
जर्मनी ने भारत की बड़ी परियोजनाओं में भागीदारी में रुचि दिखाई। इनमें दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना में भाग लेने में रुचि दिखाई। इसमें अठ नए शहर और औद्योगिक केंद्र तथा औद्योगिक इकाइयों के लिए 24 बड़े क्षेत्र विकसित करने की योजना है। जर्मनी इसी तरह मुंबई-बेंगलूर गलियारा परियोजना में भी शामिल होना चाहता है। बयान में कहा गया कि शर्मा और रोस्लर ने दोनों देशों इन परियोजनाओं में सहयोग करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 11, 2013, 15:07