भारत-पाक व्यापार में हुई प्रगति: गिलानी - Zee News हिंदी

भारत-पाक व्यापार में हुई प्रगति: गिलानी



लाहौर : भारत और पाकिस्तान ने सिर्फ साल भर की अवधि में व्यापार को सामान्य बनाने के संबंध में बहुत प्रगति की है लेकिन दोनों देशों को इससे आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए क्योंकि सरकार से इतर काम करने वाले तत्व इस द्विपक्षीय शांति प्रक्रिया को भंग करने के लिए दृढ़ हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने पंजाब प्रांत की राजधानी में आयोजित दोनों देशों के शीर्ष उद्योगपतियों के एक सम्मेलन में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि भारत के साथ बेहतर संबंध हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पाकिस्तान के निर्यातकों को एक अरब से ज्यादा आबादी वाला बाजार मिलेगा।

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 12 महीनों में दोनों देशों ने न सिर्फ संबंध को सामान्य बनाने के लिए तेजी से प्रगति की है बल्कि ऐसी दिक्कतें भी खत्म की है जिससे व्यापार और आर्थिक संबंध प्रभावित होते हैं।
उन्होंने कहा, अप्रैल 2011 में दोंनो देशों ने द्विपक्षीय व्यापार संबंध को सामान्य करने की मंशा की घोषणा की थी। अप्रैल 2012 तक हमने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आयात किए जाने योग्य वस्तुओं की सकारात्मक सूची की जगह पर एक निषेधात्मक सूची पेश करने का फैसला किया और हाल में खुला वाघा-अटारी व्यापार द्वार कारोबार की मात्रा को बढ़ाने में बड़ी भूमिका अदा करेगा।
इसी तरह गिलानी ने आगाह किया कि दोनों पक्षों को सजग रहना चाहिए ताकि ऐसी कोशिश को नाकाम किया जा सके जिससे पिछले साल जो शांति प्रक्रिया शुरू हुई है उसे कोई खतरा न हो।

 

गिलानी ने कहा, मुझे जरूर आगाह करना चाहिए कि हाल में जो सफलता प्राप्त हुई है इसका मतलब यह नहीं है कि हमें आत्मसंतुष्ट हो जाना चाहिए। हमारे सामने कई चुनौतियां हैं और शांति के दुश्मनों से खतरा है। उन्होंने बिना ब्यौरा दिए कहा, हम इतिहास के बेहद उतार-चढ़ाव वाले दौर से गुजर रहे हैं जबकि सरकार से इतर काम करने वाले तत्व शांति प्रक्रिया को भंग करने के लिए दृढ़ हैं। ऐसे तत्व सीमा के दोनों ओर हैं और हमे सजग रहना होगा कि इतनी मुश्किल से जो चीज हासिल हुई है वे उसे बर्बाद न कर दें। गिलानी ने कहा कि उन्होंने शांति और जनता के बीच संपर्क को बढ़ाने के लिये अपना मजबूत समर्थन दिया है।

 

उन्होंने कहा, द्विपक्षीय संबंधों में उतार-चढ़ाव के बावजूद शांति और भारत के साथ संबंध सामान्य करने की हमारी कोशिश निरंतर जारी रही। उन्होंने कहा, ऐसा इसलिए है कि हमारे देशों के बीच व्यापार हमारे हित में है। मैं यह कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान का सबसे करीब दोस्त और रणनीतिक भागीदार चीन भी भारत के साथ हमारे संबंध को सामान्य करने के पक्ष में है। पाकिस्तान से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी देने के संबंध में भारत की घोषणा का स्वागत करते हुए गिलानी ने कहा कि उनकी सरकार अब नयी दिल्ली द्वारा गैर शुल्क बाधा हटाने जैसे व्यावहारिक कदम उठाने का इंतजार कर रही है। इस बाधा के कारण भारतीय बाजार में पाकिस्तान निर्यात प्रभावित होता है।  (एजेंसी)

First Published: Monday, May 7, 2012, 15:39

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