Last Updated: Monday, October 15, 2012, 00:09

नई दिल्ली : भारत में अगले पांच साल के दौरान करोड़पतियों की तादाद में भारी बढ़ोतरी होगी और 2017 तक देश में अत्यधिक संपन्न लोगों की तादाद बढ़कर 2,42,000 हो जाने की संभावना है। क्रेडिट सुईस रिसर्च इंस्टीच्यूट की वैश्विक संपत्ति रपट के मुताबिक, फिलहाल देश में करोड़पतियों की तादाद 1,58,000 है जो 2017 तक 53 फीसदी बढ़कर 2,42,000 हो जाएगी।
इस रिपोर्ट में हालांकि देश में संपत्ति के लिहाज से गहरी खाई का जिक्र किया गया है। भारत में एक ओर जहां ज्यादातर लोगों (95 फीसद) के पास 10,000 डॉलर (करीब पांच लाख रुपए) से कम है जबकि दूसरी तरफ आबादी के बहुत छोटे से हिस्से (सिर्फ 0.3 फीसद) के पास 1,00,000 डॉलर (करीब 5.5 करोड़ रुपए) की संपत्ति है।
रिपोर्ट में कहा गया, भारत में संपत्ति बढ़ रही है, मध्यवर्ग का दर्जा बढ़ रहा है और संपन्नों की तादाद बढ़ रही है, इनमें से बहुत कम लोग ऐसे है जिन्होंने इस समृद्धि को दूसरों के साथ बांटा है इसलिए अभी गरीबी बहुत अधिक है। क्रेडिट सुईस के मुताबिक भारत में करीब 1,500 बेहद धनाढ्य लोग हैं जिनके पास करीब पांच करोड़ डॉलर और 700 धनाढ्यों के पास 10 करोड़ डॉलर है।
रिपोर्ट में कहा गया कि 2012-17 के बीच विश्व भर में करोड़पतियों की तादाद 1.8 करोड़ बढ़कर 4.6 करोड़ हो जाने की उम्मीद है जिनकी तादाद फिलहाल 2012 में 2.8 करोड़ है।
रिपोर्ट के मुताबिक उभरती अर्थव्यवस्थाओं में अरबपतियों की तादाद अभी अमेरिका और यूरोप के मुकाबले कम है जहां इनकी संख्या क्रमश: 1.69 करोड़ और 1.54 करोड़ है और अगले कुछ सालों में इसमें उल्लेखनीय बढ़ोतरी की उम्मीद है। क्रेडिट सुईस ने कहा कि चीन में 2017 तक करोड़पतियों की तादाद दोगुनी बढ़कर 20 लाख हो जाएगी जबकि ब्राजील में भी इस अवधि में करोड़पतियों की तादाद में 2,70,000 का इजाफा होगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 14, 2012, 14:45