'भारत सर्वाधिक आशावादी बाजार' - Zee News हिंदी

'भारत सर्वाधिक आशावादी बाजार'

 

नई दिल्ली : उपभोक्ताओं के भरोसे के लिहाज से भारत एक बार फिर से सबसे आशावादी बाजार बनकर उभरा है लेकिन जहां तक नकदी खर्च करने का सवाल है तो उपभोक्ता अभी भी सतर्कता बरत रहे हैं। यह लगातार नौंवी तिमाही है जिसमें भारत ने विश्व का सबसे आशावादी बाजार का तमगा बरकरार रखा है और उपभोक्ताओं का भरोसा एक अंक चढ़कर 123 हो गया है।

 

नील्सन इंडिया के प्रबंध निदेशक जस्टिन सार्जेंट ने कहा कि उपभोक्ताओं के भरोसे के लिहाज से भारत एक बार फिर से वैश्विक सूचकांक में शीर्ष पर है जो आशावादी हैं लेकिन सतर्क भी हैं। उन्होंने कहा कि यह आशावाद भारतीय उपभोक्ताओं की रोजगार संभावनाओं में भरोसा बढ़ने से स्पष्ट होता है जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है। हालांकि रोजगार सुरक्षा अभी चिंता का विषय है और जहां तक नकदी खर्चने का सवाल है तो उपभोक्ता अभी भी सतर्क हैं।

 

भारत के बाद सूचकांक अंक 118 के साथ सउदी अरब का स्थान है और फिलिपीन्स 118 अंक के साथ तीसरे सबसे अधिक आशावादी देश है। इधर हंगरी सबसे अधिक निराशावादी बाजार है जिसका सूचकांक अंक 32 है और उसके बाद 37 अंक के साथ यूनान और 39 अंक के साथ पुर्तगाल का स्थान है। उपभोक्ता क्या देखते हैं क्या खरीदते हैं इसके संबंध में सूचना मुहैया कराने वाली नील्सन के ताजा वैश्विक उपभोक्ता भरोसे की रपट में इस साल की पहली तिमाही के दौरान 56 में से 38 बाजार में भरोसा बढ़ा और 16 बाजारों में भरोसा कम हुआ है और शेष दो बाजार पिछले स्तर पर बरकरार रहे।

(एजेंसी)

First Published: Tuesday, May 1, 2012, 22:47

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