Last Updated: Thursday, February 7, 2013, 13:51
नई दिल्ली : केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत दूरदराज गांवों में प्रशासनिक सहायक के तौर पर काम करने वाले कर्मचारियों ने उन्हें केन्द्रीय कर्मचारी बनाने और समूचे मनरेगा प्रशासन को अलग विभाग घोषित करने की मांग की है।
मनरेगा कार्यक्रमों में रोजगार सेवक तथा तकनीकी सहायक, लेखा सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर और अन्य कार्यक्रम अधिकारी के तौर पर काम करने वाले मनरेगा कर्मचारियों के संगठन ‘अखिल भारतीय मनरेगा कर्मचारी संघ’ ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश को भेजे ज्ञापन में यह मांग की है।
इसमें कहा गया है कि अप्रैल 2010 में केन्द्रीय रोजगार गारंटी परिषद की बैठक में सदस्य अरुणा राय ने रोजगार सेवकों तथा अन्य मनरेगा कर्मचारियों को नियमित करने का प्रस्ताव रखा था जिसे स्वीकार कर लिया गया, लेकिन इसे अभी तक अमल में नहीं लाया गया। कर्मचारी संघ ने अपनी इन्ही मांगों के समर्थन में आगामी 11 से 13 फरवरी को यहां जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन की घोषणा भी की है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 7, 2013, 13:51