Last Updated: Friday, March 15, 2013, 19:43
नई दिल्ली : सरकार ने शुक्रवार को कहा कि निजी क्षेत्र के तीन बैंकों के साथ कथित मनी लांड्रिंग घोटाले में यदि कोई व्यक्ति लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कारवाई की जायेगी। इस घोटाले का खुलासा एक समाचार वेबसाइट ने किया है।
वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवाओं के सचिव राजीव टकरु ने कहा, ‘वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक दोनों ही काम में लगे हैं। सूचनायें एकत्रित की जा रही है, संपर्क साधा गया है। मामले में एक बार सच्चाई सामने आने पर हम आगे की कारवाई करेंगे। लेकिन पहली नजर में यह एक गंभीर मामला है।’
वित्त मंत्रालय की यह टिप्पणी कोबरापोस्ट वेबसाइट की उस जानकारी के बाद आई है जिसमें वेबसाइट ने कहा है कि उसके पास एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक के अधिकारियों की रिकार्डिंग है जिनमें अधिकारी कथित तौर पर कालाधन लेने पर सहमत हैं और उसे अपनी निवेश योजनाओं और बेनामी खातों में लगाने की बात कर रहे हैं। यह काम मनी लांड्रिग रोधी कानून का उल्लंघन है।
टकरु ने कहा,‘हालांकि, यह कहना जल्दबाजी होगी कि इसमें बैंक दोषी हैं। हमें पहले यह साबित करना होगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा हुआ। हम सभी इससे स्तब्ध और आश्चर्य में हैं। यदि सच्चाई सामने आ जाती है तो जो कोई भी इसमें दोषी होगा उसे खामियाजा भुगतना होगा।’
उन्होंने कहा कि इसकी भी संभावना है कि इस पूरे खुलासे में जिसमें बैंक की कई शाखायें शामिल हैं उन सभी की सरकारी एजेंसी द्वारा जांच की जाये। ‘इसमें यदि कोई सच्चाई है तो इसकी अंदरुनी जांच ही होती लेकिन इसकी बाहरी एजेंसियों द्वारा भी जांच की आवश्यकता है, और ऐसा ही होने जा रहा है।’
टकरु ने कहा कि मामले में जो सूचना जुटाई गई वह किसी एक शाखा से नहीं बल्कि विभिन्न स्थानों पर कई बैंक शाखाओं से जुटाई गई लगती है। ‘यह बड़ी चिंता की बात है।’
First Published: Friday, March 15, 2013, 19:43