Last Updated: Thursday, March 1, 2012, 10:39
पुंडुचेरी : प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) का मानना है कि इस वित्त वर्ष में महंगाई की दर में कोई बड़ी गिरावट देखने को नहीं मिलेगी।
पीएमईएसी के चेयरमैन सी. रंगराजन ने पुंडुचेरी विश्वविद्यालय में मुद्रास्फीति पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अप्रैल से नवंबर, 2011 तक लगातार आठ महीनों में मुद्रास्फीति 9 प्रतिशत से ऊपर बनी रही। दिसंबर, 2011 में यह घटकर 7.5 प्रतिशत और जनवरी में 6.5 प्रतिशत पर आ गई।
उन्होंने कहा कि सकल मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय गिरावट खाद्य वस्तुओं विशेषकर सब्जियों के दामों में कमी की वजह से आई है। अप्रैल, 2011 में खाद्य मुद्रास्फीति 10.7 प्रतिशत पर थी, जो जनवरी में घटकर 0.52 प्रतिशत पर आ गई। वहीं गैर खाद्य विनिर्मित वस्तुओं की महंगाई जनवरी में 6.7 प्रतिशत के उच्च स्तर पर थी।
रंगराजन ने कहा कि मार्च में मुद्रास्फीति में संभवत: बड़ी गिरावट देखने को नहीं मिलेगी। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों को तर्कसंगत बनाने का काम अभी अधूरा है। इस बारे में जब भी निर्णय होगा, उसका असर कीमतों पर दिखेगा। रंगराजन ने कहा, ‘हमारा मानना है कि आधिकारिक भंडार के सही तरीके से इस्तेमाल से खाद्यान्नों की कीमतों को नियंत्रण में रखा जा सकता है।’
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 1, 2012, 16:09