Last Updated: Friday, March 8, 2013, 20:02
नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने देश के पहले महिला बैंक का खाका तैयार करने के लिए बैंकरों और वित्तीय क्षेत्र के विशेषज्ञों की एक समिति बनाई है। केवल महिलाओं के लिए महिलाओं द्वारा संचालित यह बैंक नवंबर तक चालू होने की उम्मीद है।
आम बजट के बाद रिजर्व बैंक निदेशक मंडल के साथ होने वाली परंपरागत बैठक को संबोधित करने के बाद चिदंबरम ने संवाददाताओं इसकी जानकारी देते हुये कहा ‘समिति को महिला बैंक के बारे में तैयार खाका 30 अप्रैल तक सौंप देने को कहा गया है।’ चिदंबरम ने 28 फरवरी को पेश आम बजट में देश का पहला महिला बैंक खोलने की घोषणा की थी। इसके लिए उन्होंने 1,000 करोड़ रुपए की राशि भी रखी है। बैंक पूरी तरह से सरकारी होगा।
समिति की अध्यक्षता केनरा बैंक के अध्यक्ष एम.बी.एन. राव करेंगे। इसके सदस्यों में बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व सीएमडी एम.डी. माल्या, सेवा प्रबंध निदेशक जयश्री व्यास, स्टेट बैंक कैपिटल की प्रबंध निदेशक और सीईओ अरुंधति भट्टाचार्य, पंजाब नेशनल बैंक की कार्यकारी निदेशक उषा अनंतसुब्रमणियन, भारतीय बैंक संघ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के. रामकृष्णन शामिल हैं।
चिदंबरम ने कहा कि यह महिला बैंक इस साल नवंबर से काम करना शुरू कर देगा। शुरुआत में देशभर में इसकी छह शाखाएं होंगी।
उन्होंने बताया,‘इसका उद्घाटन नवंबर में होगा। देश के प्रत्येक प्रमुख क्षेत्र में इसकी एक शाखा के साथ हम इसकी शुरुआत करेंगे। दक्षिण, पश्चिम, पूर्व, मध्य, उत्तर और पूर्वोत्तर में इसकी शाखा होगी और कुल मिलाकर छह शाखाओं के साथ हम बैंक की शुरुआत करेंगे।
चिदंबरम ने कहा कि इस तरह का महिला बैंक खोलने का विचार कांग्रेस की जयपुर बैठक में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रखा।
उन्होंने कहा, ‘यह पार्टी की जयपुर घोषणा का हिस्सा है। इसमें कहा गया कि हमें महिलाओं के लिये एक बैंक स्थापित करने पर विचार करना चाहिये। यह पूरी तरह से मेरी प्रवृति और सोच के अनुरुप है। इसलिये मैंने इस विचार को स्वीकार कर लिया और महिलाओं के लिये एक राष्ट्रीय बैंक की घोषणा कर दी।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, March 8, 2013, 20:02