Last Updated: Tuesday, June 12, 2012, 15:07

नई दिल्ली : मारुति सुजुकी ने आज कहा कि सुजुकी पावरटेन के विलय के बाद उसकी मूल जापानी कंपनी सुजुकी मोटर कापरेरेशन की भारत की इस सबसे बड़ी कार कंपनी में हिस्सेदारी बढ़कर 56.2 फीसद हो जाएगी। कंपनी ने एक बयान में कहा, मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) के निदेशक मंडल ने आज सुजुकी पावरटेन इंडिया लिमिटेड (एसपीआईएल) का एमएसआई के साथ विलय करने की मंजूरी दी।
एसपीआईएल सुजुकी मोटर कापरेरेशन (एसएमसी) की सहयोगी कंपनी है जो एमएसआई को डीजल ईंजन और पारेषण उपकरणों की आपूर्ति करती है। बयान में कहा गया कि एसएमसी की एसपीआईएल में 70 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि शेष हिस्सेदारी एमएसआई के पास है।
एमएसआई ने कहा, विलय के बाद सुजुकी मोटर कापरेरेशन की मारुति सजुकी इंडिया में हिस्सेदारी 54.2 फीसदी से बढ़कर 56.2 फीसदी हो जाएगी। मारुति सुजुकी ने एसएमसी को 1.31 करोड़ नए शेयर जारी करने की पेशकश की है। भारतीय कार बाजार की प्रमुख कंपनी ने कहा कि एमएसआई से कोई ताजा नकदी प्रवाह नहीं होगा क्योंकि विलय शेयर अदला-बदली समझौते के जरिए किए जाने का प्रस्ताव है।
माना जाता है कि शेयर अदला-बदली 1:70 के अनुपात में होगी जिसका मतलब होगा कि एसपीआईएल के 10 रुपए के अंकित मूल्य वाले 70 शेयर के बदले एमएसआई के पांच रुपए के अंकित मूल्य वाले एक शेयर दिए जाएंगे। कंपनी ने कहा, उम्मीद है कि विलय संबंधी नियामक मंजूरी ओर कानूनी अनिवार्यता दिसंबर 2012 तक पूरी हो जाएगी। विलय को मंजूरी मिलने के बाद एसपीआईएल के खातों का विलय एमएसआई के साथ किया जाएगा जो एक अप्रैल 2012 से प्रभावी होगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 12, 2012, 15:07