Last Updated: Saturday, October 8, 2011, 11:58
चंडीगढ़ः देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के हरियाणा के मानेसर में स्थित प्लांट में कामगारों ने अपने सहकर्मियों को बहाल करने की मांग को लेकर शुक्रवार से फिर हड़ताल कर दी है.
उधर हरियाणा के श्रम एवं रोजगार मंत्री शिवचरण लाल शर्मा ने हड़ताली कर्मचारियों पर कंपनी प्रबंधन के साथ किए गए समझौते का उल्लंधन का आरोप लगाया. हालांकि उन्होंने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि चरणबद्ध तरीके से 14 अक्टूबर तक बाकी अस्थाई कर्मचारियों को कंपनी में वापस रख लिया जाएगा.
समझौते के मुताबिक मारुति सुजुकी इंडिया उन 18 प्रशिक्षुओं को सशर्त कंपनी में वापस रखने पर सहमत हो गई थी जिन्हें निलंबित किया गया था. हालांकि, कंपनी ने 44 नियमित कर्मचारियों की नौकरी बहाल करने से इनकार कर दिया था. समझौते में कर्मचारी बेहतर आचरण के बांड पर दस्तखत करने पर राजी हो गए थे. जिसके तहत उन्हें अनिवार्य तौर पर यह धोषणा करनी थी कि वे धीमी गति से काम नहीं करेंगे और काम को बीच में नहीं रोकेंगे, हड़ताल से दूर रहेंगे. साथ ही किसी तोड़फोड़ गतिविधि में शामिल नहीं होंगे. ताकि उत्पादन में किसी तरह की रुकावट न हो.
मारुति के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के एक प्लांट में हड़ताल हो गई. इसके पहले मानेसर स्थित प्लांट में एक महीने की हड़ताल हुई थी जिससे कंपनी को करीब 600 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था और कारों की आपूर्ति भी प्रभावित हुई.
(एजेंसी)
First Published: Saturday, October 8, 2011, 17:33