Last Updated: Thursday, July 19, 2012, 15:39
मानेसर (गुड़गांव) : हरियाणा पुलिस ने आज कहा कि मारुति सुजुकी इंडिया के मानेसर कारखाने में हिंसा की घटना के बाद जो शव मिला था उसकी पहचान जीएम एचआर अवनीश कुमार देव के रूप में की गई है। इस मामले में 88 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।
गुड़गांव जिले के पुलिस उपायुक्त महेश्वर दयाल ने कारखाने के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘अब तक 88 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।’ सहायक पुलिस आयुक्त रविन्द्र तोमर के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम मामले की तफ्तीश कर रही है जिसमें छह पुलिस-निरीक्षक रखे गए हैं। दयाल ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये 1,200 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है।
कल की घटना में घायलों की संख्या के बारे में टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, ‘घटना में 50 लोग घायल हुए जिसमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। विदेशी नागरिकों को हल्की चोट लगी है।’ दयाल ने कहा कि कारखाना परिसर की आगजनी के बाद मिले शव की पहचान हो गई है। शव अवनीश कुमार देव की है जो यहां जीएम एचआर के पद पर कार्यरत थे। शव बुरी तरह से झुलस गया था जिससे पहचान करने में देर हुई।
कारखाने की स्थिति का जायजा लेने वाले हरियाणा के पुलिस महानिदेशक रनजीव सिंह दलाल ने कहा, ‘इस प्रकार की हिंसा को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता। इस घटना के पीछे जिसका भी हाथ है, हम उन्हें तुरंत गिरफ्तार करेंगे।’
मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि मानेसर कारखाना बंद है और उत्पादन नहीं हो रहा है। संयंत्र की 5.5 लाख इकाई सालाना उत्पादन क्षमता है। इसमें स्विफ्ट, डिजायर, एस एक्स 4 तथा ए-स्टार मॉडल का निर्माण किया जाता है।
कंपनी ने कल कहा था कि शाम में एक कर्मचारी के सुपरवाइजर को पीट देने के बाद हिंसा भड़क गई थी जबकि मजदूर संघ का कहना है कि सुपरवाइजर ने कर्मचारी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की जिसके बाद हिंसा शुरू हुई।
चंडीगढ़ में हरियाणा के उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हिंसा में शामिल और लोगों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाए रखना है। कर्मचारियों की हिंसा तथा संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के किसी भी कदम को उचित नहीं ठहराया जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 19, 2012, 15:39