Last Updated: Sunday, January 20, 2013, 16:00

नई दिल्ली : भारत की रेटिंग मौजूदा स्तर पर बरकरार रखते हुए वैश्विक एजेंसी मूडीज ने आगाह किया है कि उच्च राजकोषीय घाटा आने वाले साल में वृद्धि को नीचे ला सकता है।
मूडीज ने इंडिया रेटिंग रिपोर्ट में कहा, ‘सरकार के बढ़ते घाटे के कारण बुनियादी ढांचा के रूप में आपूर्ति संबंधी बाधाएं, नीति तथा प्रशासनिक खामियों के कारण सरकारी ऋण स्थिति खराब होती है।’
बहरहाल, वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने भारत की रेटिंग बीएए-3 पर बरकरार रखी। यह स्थिर परिदृश्य के साथ निवेश स्तर को बताता है।
एजेंसी के अनुसार,‘भारत के वृहत आर्थिक प्रोफाइल में सरकारी वित्त कमजोर पहलू है। हमारा अनुमान है कि सरकार की वित्तीय स्थिति मध्यम अवधि में कमजोर रहेगी।’ रिपोर्ट के मुताबिक सार्वजनिक वित्त में सतत सुधार से रेटिंग भी उन्नत हो सकती है।
वृद्धि संभावना के संदर्भ में मूडीज ने कहा कि नरमी बनी हुई है जिसके कारण वैश्विक वृद्धि धीमी हो सकती है। हालांकि, मजबूत घरेलू बचत तथा गतिशील निजी क्षेत्र मध्यम अवधि में मजबूती प्रदान करेगा।
मूडीज के मुताबिक भारत की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 5.4 प्रतिशत तथा 2013-14 में 6 प्रतिशत रहने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रही।
एजेंसी के अनुसार रिपोर्ट में डीजल के मूल्य को धीरे-धीरे नियंत्रण मुक्त करने के सरकार के हाल के फैसले पर विचार नहीं किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 20, 2013, 16:00