Last Updated: Friday, November 11, 2011, 11:09
नई दिल्ली : भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के बारे में स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (एसएंडपी) की राय की सराहना करते हुए योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलूवालिया ने कहा कि रेटिंग एजेंसी ने मूडीज द्वारा दिए गए गलत संकेतों को सुधार दिया है।
आहलूवालिया ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘जो सामने आया है मैं उससे खुश हूं। मूडीज द्वारा बैंकिंग क्षेत्र की जो रेटिंग घटाई गई थी, एसएंडपी की राय से वह कमी दूर हो गई है। एसएंडपी ने जो कहा है वह काफी मायने रखता है।’
योजना आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा, ‘हमारा बैंकिंग क्षेत्र बेहतर नियमन से चल रहा है। बैंकिंग क्षेत्र के वित्तीय स्थायित्व के बारे में सवाल खड़ा करना उचित नहीं है।’ एसएंडपी ने कल भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के लिए रेटिंग बढ़ा दी थी और कहा था कि घरेलू नियमन अंतरराष्ट्रीय मानदंडों को पूरा करते हैं। इससे एक दिन पहले एक अन्य वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारतीय बैंकिंग प्रणाली के परिदृश्य को स्थिर से नकारात्मक कर दिया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटने से रेटिंग एजेंसियों के भारत के प्रति विचार में बदलाव होगा, आहलूवालिया ने कहा, ‘वृद्धि दर के अनुमान को पहले ही कम किया जा चुका है। 7.6 प्रतिशत की दर से हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।’ योजना आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा, ‘ऐसे में हमारा ध्यान इस बात पर नहीं होना चाहिए कि आर्थिक वृद्धि दर कम हुई है। हमें यह देखना चाहिए कि अगले साल इसे कैसे 8 फीसद से अधिक किया जाए।’
आहलूवालिया ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक का 7.6 प्रतिशत और योजना आयोग का 8 फीसदी की वृद्धि दर का अनुमान बिल्कुल उचित है। उन्होंने यूनान के ताजा घटनाक्रम को भी सकारात्मक बताया। यूनान में राष्ट्रीय साझा सरकार का गठन हुआ है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 11, 2011, 16:39