Last Updated: Tuesday, October 16, 2012, 14:40
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आनंद सिन्हा ने कहा है कि मौद्रिक नीति का लक्ष्य केवल मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना नहीं रख गया है बल्कि इसका उद्देश्य वित्तीय असंतुलन को दूर करना भी है।
फाइनेंशियल टाइम्स-यस बैंक द्वारा कल आयोजित बैंकिंग सम्मेलन में सिन्हा ने कहा, मौद्रिक नीति के उद्देश्य का विस्तार हो गया है। इसका लक्ष्य मुद्रास्फीति को नियंत्रण करना भर नहीं रह गया है बल्कि इससे कहीं अधिक आगे बढ़ गया है।’केंद्रीय बैंक अब मानता है कि मौद्रिक नीति को अंतिम रूप देने से पहले वित्तीय असंतुलन जैसे मामलों पर भी विचार किया जाएगा।
सिन्हा ने मौद्रिक तथा राजकोषीय नीति के बीच तालमेल पर जोर देते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 16, 2012, 14:40