Last Updated: Tuesday, December 18, 2012, 12:45

मुंबई : बैंकों और उद्योग जगत की उम्मीदों को झटका देते हुये रिजर्व बैंक ने मंगलवार को मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा में नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया लेकिन जनवरी में इस दिशा में कदम उठाने का संकेत दिया है।
केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि मुद्रास्फीति में नरमी आने के साथ ही मौद्रिक नीति का ध्यान आर्थिक वृद्धि के रास्ते में आने वाली रुकावटों को दूर करने पर होगा।
रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की आज जारी मध्य तिमाही समीक्षा में बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात को 4.25 प्रतिशत, रेपो रेट को 8 प्रतिशत पर बरकरार रखा। इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट 7 प्रतिशत और बैंकों की सीमांत स्थायी सुविधा यानी एमएसएफ 9 प्रतिशत पर बने रहेंगे।
रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने समीक्षा में कहा कि मुद्रास्फीति दबाव में नरमी को देखते हुये मौद्रिक नीति को भी अब आगे आर्थिक वृद्धि के खतरों पर गौर करना होगा। रिजर्व बैंक 29 जनवरी को तीसरी तिमाही की मौद्रिक समीक्षा की घोषणा करेगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 18, 2012, 11:12