Last Updated: Thursday, January 26, 2012, 14:46
दावोस : जर्मनी ने यूरोपीय ऋण संकट से मुकाबले के लिए संयुक्त प्रयास और बुनियादी राजनैतिक सुधारों पर जोर दिया है पर उसका कहना है कि वह यूरो मुद्रा के लिए किसी तरह की गारंटी देने को तैयार नहीं है।
जर्मनी की प्रधानमंत्री एंजेला मर्केल ने कहा विश्व व्यापार मंच (डब्ल्यूईएफ) के वाषिर्क सम्ममेलन में कहा कि यूरोप (यूरोपीय संघ) को यदि सरकारी ऋण संकट से निपटना है और इस क्षेत्र की एकता और व्यावहारिकता के बारे में उत्पन्न संदेहों को दूर करना है तो उसे तो उसे ढांचागत राजनैतिक सुधारों के लिए आगे बढना होगा।
उनकी टिप्पणी ऐसे वक्त पर आई है जबकि यूरोपीय संघ का ऋण संकट गहराता नजर आ रहा है और इससे नाजुक दौर से गुजर रही विश्व अर्थव्यवस्था में हल्की फुल्की वृद्धि की संभावना के लिए खतरा लगाता है।
मर्केल ने कहा कि जर्मनी एकल यूरोपीय मुद्रा (यूरो) का पुरजोर समर्थन करता है लेकिन वह कोई गारंटी देने के लिए तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि हम एकजुटता नहीं दिखाना चाहते और हमारी प्रतिबद्धता नहीं है। लेकिन हम नहीं चाहते कि कोई ऐसा वायदा करें जो हम पूरा न कर पाएं। ऋण संकट ने साझा मुद्रा यूरो की व्यावहारिकता के बोर में आशंकाएं पैदा कर दी हैं। इस मुद्रा का उपयोग 17 देश करते हैं। जर्मनी की चांसलर ने कहा कि कई यूरोपीय देशों की प्रतिस्पर्धा संबंधी कमजोरी और बरसों से जमा राजकोषीय घाटा इस संकट की मूल वजह है।
उन्होंने कहा कि स्पष्ट रूप से राजनैतिक ढांचे और इसे मजबूत करने की कोशिश की साफ कमी है, हम इससे घबराएंगे नहीं। लेकिन हम इससे निपटने के लिए कोई जादू की छड़ी नहीं घुमा सकेंगे। फिर भी किसी वक्त हमें इन कमजोरियों के बारे में कुछ करना होगा।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, January 26, 2012, 20:16