Last Updated: Wednesday, July 3, 2013, 19:24
नई दिल्ली : रक्षा मंत्री एके एंटनी ने वाणिज्य मंत्री के रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि यह एक ‘उल्टा’ कदम साबित होगा क्यों कि इससे एक तरफ जहां विदेशी कंपनियों पर निर्भरता बढ़ेगी वहीं घरेलू रक्षा उद्योग की वृद्धि प्रभावित होगी।
एंटनी ने वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा को लिखे पत्र में कहा है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा नहीं बढ़ाई जा सकती क्योंकि देश विदेशी कंपनियों पर निर्भरता का वहन नहीं कर सकता। उन्होंने लिखा है, ‘विदेशी कंपनियों को विनिर्माण इकाई एसेंबली कारखाना लगाने की अनुमति देना उल्टा कदम होगा क्योंकि यह स्वदेशी डिजाइन और विकास के रास्ते में बाधक होगा तथा अत्याधुनिक हथियारों के लिये हमारी निर्भरता दूसरे देशों तथा ओईएम (मूल उपकरण बनाने वाली कंपनियों) पर होगी..।’
शर्मा ने पिछले महीने एंटनी को पत्र लिखकर रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया था। इसी के जवाब में रक्षा मंत्री ने शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है, ‘इसीलिए रक्षा मंत्रालय ने सोच-विचारकर यह निर्णय किया है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत ही रहनी चाहिए।’
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा है कि जब कभी एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से अधिक करने से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्राप्त होने की संभावना बनेगी, सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति मामला-दर-मामला आधार पर निर्णय कर सकती है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 3, 2013, 19:24