Last Updated: Sunday, December 23, 2012, 16:44

नई दिल्ली : डीजल कीमतों में वृद्धि तथा सस्ते एलपीजी सिलेंडरों की संख्या में कटौती अभी शुरुआती कदम हैं। वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन ने कहा है कि सब्सिडी बिल को काबू में रखने के लिए सरकार को अभी और कड़े कदम उठाने होंगे।
राजन ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा, ‘हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पहले हमने सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की संख्या सीमित की। डीजल के दाम बढ़ाए। हां, हमें सब्सिडी को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के दो फीसद से कम पर लाने के लिए और कदमों की जरूरत है। हमने कुछ किया है। निश्चित रूप से हमें और काम करने की जरूरत है।’
राजन ने कहा कि सरकार को सब्सिडी को बेहतर तरीके से लक्षित करने की जरूरत है और यह नकदी अंतरण योजना से संभव है। ‘इस बात में संदेह नहीं है कि हमने कम से कम पहला कदम उठा लिया है।’ राजन ने कहा कि राजकोषीय घाटे के संशोधित लक्ष्य जीडीपी के 5.3 फीसद को हासिल किया जा सकता है। हालांकि इसके लिए कई कठिन फैसले लेने होंगे।
चालू वित्त वर्ष में सरकार का सब्सिडी बिली अनुमानत: 1.80 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। घरेलू और वैश्विक कारकों से इसमें उल्लेखनीय इजाफा हो सकता है।
वृद्धि की संभावना के बारे में राजन ने कहा कि देश चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 6 फीसद की वृद्धि दर हासिल कर सकता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 23, 2012, 16:44