Last Updated: Saturday, December 8, 2012, 16:20
नई दिल्ली : राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) को अगले साल जून तक 17,000 करोड़ रुपये के आवास रिण वितरण लक्ष्य को हासिल कर लेने की उम्मीद है। एनएचबी ने आज कहा कि उसे अगले छह महीने में वित्तीय संस्थानों को 9,000 करोड़ रुपए तक के आवास रिण पर पुनर्वित सहायत उपलब्ध कराने की उम्मीद है। इससे उसके अगले साल जून तक 17,000 करोड़ रुपए का वितरण लक्ष्य हासिल कर लेने की उम्मीद है।
एनएचबी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर वी वर्मा ने नारेड्को सम्मेलन के मौके पर कहा,अब तक हमने करीब 8,000 करोड़ रुपए का वितरण किया है। हमें भरोसा है कि हम अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे वितरण लक्ष्य में से करीब 90 फीसदी ऋण 25 लाख से कम कीमत वाले घरों के लिए दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनएचबी आम तौर पर आवास रिण कंपनियों के लिए रिण मुहैया कराती है जिसका उपयोग लोगों को आवास रिण देने और कम कीमत पर आवास रिण को प्रोत्साहन देने के लिए किया जाता है।
वर्मा ने कहा, हम अलग-अलग दर पर रिण मुहैया कराते हैं और औसत ब्याज दर 9.25 फीसदी है। ग्रामीण आवास के संबंध में उन्होंने कहा,हम ग्रामीण और कम आय वर्ग के लिए विशेष रियायत देते हैं। निम्न आय वर्ग (एलआईजी) के पांच लाख रुपये तक के घर के लिए ब्याज दर 8.5 फीसदी है। हम एलआईजी के लिए 15 साल तक सुनिश्चित ब्याज दर मुहैया कराते हैं। ग्रामीण आवास के लिए ब्याज दर आम दर से 0.5 फीसद कम है। इसलिए औसत दर यदि 9.25 फीसदी है तो ग्रामीण क्षेत्र में यह 8.75 फीसदी होगा।
आरबीआई की ब्याज दर नीति के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, कहना मुश्किल है कि मौजूदा परिदृश्य में ब्याज दर का रुख क्या होगा। अब वृद्धि महत्वपूर्ण है और आरबीआई इसको स्वीकार कर रही है। हालांकि मुद्रास्फीति भी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि फिलहाल मुद्रास्फीति लागत से प्रेरित है न कि मांग से।
वर्मा ने कहा, वृद्धि निकट भविष्य में बढ़ सकती है और यह आपूर्ति का परिदृश्य बदल सकती है। इसलिए मुझे लगता है कि आरबीआई ब्याज दर में बदलाव की घोषणा दोनों (वृद्धि और मुद्रास्फीति) के बीच संतुलन बिठा कर ही कर सकता है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 8, 2012, 16:20