Last Updated: Monday, January 30, 2012, 07:01
दावोस: भारत में अमेरिका के राजदूत रहे टिमोथी रोमर ने कहा है कि खुदरा क्षेत्र को विदेशी निवेश के लिए खोलने से भारत में लाखों की संख्या में नौकरियां पैदा होंगी और अमेरिका के साथ भारत का व्यापारिक संबंध मजबूत होगा।
यहां विश्व आर्थिक मंच की वाषिर्क बैठक के दौरान रोमर बताया कि हालांकि अमेरिका एक लोकतंत्र में नीतिगत निर्णयों से जुड़ी मजबूरियों को समझता है।
पिछले साल भारत में अमेरिकी राजदूत पद से इस्तीफा देने वाले रोमर अब अमेरिकी कंपनी एप्को वर्ल्डवाइड की अंतरराष्ट्रीय परामर्श परिषद के सदस्य हैं।
भारी राजनीतिक विरोध के चलते भारत को मल्टीब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति पर निर्णय टालना पड़ा। इस मुद्दे पर अमेरिकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर रोमर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा लोकतांत्रिक प्रक्रिया में गहरी आस्था रखते हैं और यह जानते हैं कि प्रत्येक मुद्दे पर हर कोई सहमत नहीं हो सकता विशेषकर रणनीतिक मुद्दों पर।
(एजेंसी)
First Published: Monday, January 30, 2012, 12:32