Last Updated: Monday, September 23, 2013, 16:34
नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने आज कहा है कि रुपये के वास्तविक मूल्य को देखते हुये एक अमेरिकी डॉलर के समक्ष इसकी दर 58 से 60 रुपये प्रति डॉलर रह सकती है। आर्थिक मामले के विभाग में सचिव अरविंद मायाराम ने यहां कहा, रुपये की एक वास्तविक कीमत होती है। रुपये की यह असली कीमत इसकी खरीद शक्ति से आती है। वास्तविक प्रभावी विनिमय दर में रुपये की असली कीमत 58 से 60 रुपये प्रति डॉलर के बीच कहीं हो सकती है।
डालर के समक्ष रुपये की विनिमय दर पिछले महीने एक समय 68.85 रुपये प्रति डॉलर तक गिर गई थी। फिलहाल यह 62.63 रुपये प्रति डॉलर के दायरे में है। रुपये के वास्तविक मूल्य से तात्पर्य उसके प्रमुख व्यापारिक भागीदारों की मुद्राओं के संबंध में उसकी मुद्रा के मूल्य से है।
सरकार और रिजर्व बैंक ने घरेलू मुद्रा में गिरावट को रोकने के लिये कई कदम उठाये हैं। सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाने के साथ साथ व्यक्तियों के जरिये बाहर मुद्रा भेजने और कंपनियों के विदेशों में किये जाने वाले निवेश पर भी कुछ प्रतिबंध लगाये गये। मायाराम ने आगे कहा कि थोक में डीजल की मांग कम हो रही है और इससे सरकार को चालू वित्त वर्ष के दौरान एक अरब डालर की विदेशी पूंजी बचाने में मदद मिलेगी।
सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थों का विपणन करने वाली कंपनियों का नुकसान कम करने के वास्ते इस साल की शुरआत में डीजल के थोक खरीदारों से डीजल का बाजार मूल्य वसूलने को कहा है। हालांकि, छोटे और खुदरा ग्राहकों को सस्ते दाम पर डीजल की बिक्री जारी रही। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 23, 2013, 16:34