Last Updated: Friday, August 30, 2013, 11:01
नई दिल्ली : डॉलर के मुकाबले रुपया में गिरावट से भारतीय बैंकों विशेषकर सरकारी बैंकों पर ऋण का दबाव बढ़ेगा क्योंकि उनकी तनाव झेलने की क्षमता निजी क्षेत्र के बैंकों की तुलना में कम है। यह बात वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने आज कही।
फिच ने एक बयान जारी कर कहा, भारतीय रुपया में तेज गिरावट से भारतीय बैंकों पर ऋण का दबाव बढ़ेगा। सार्वजनिक क्षेत्र बैंकों पर अपेक्षाकृत अधिक दबाव होगा। इसकी वजह उनकी तनाव झेलने की क्षमता का कम होना है। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 30, 2013, 11:01