Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 08:55

नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (एसएंडपी) द्वारा भारत के आर्थिक परिदृश्य की रेटिंग को स्थिर से घटाकर नकारात्मक किए जाने पर देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार देश की खराब आर्थिक स्थिति के लिए सरकार के कुप्रबंधन को जिम्मेदार बताया। भाजपा के महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि भारत की आर्थिक पहचान को गहरा धक्का लगा है, ऐसी उम्मीद नहीं थी।
एसएंडपी ने बुधवार को भारत के आर्थिक परिदृश्य (आउटलुक) की रेटिंग स्थिर से घटाकर नकारात्मक कर दी। रेटिंग एजेंसी ने साथ ही आर्थिक संकेतकों में गिरावट और कमजोर राजनीतिक हालात में वित्तीय सुधार की धीमी रफ्तार की वजह से साख रेटिंग में कटौती करने की भी चेतावनी दी।
स्टैंडर्ड एंड पुअर्स के साख विश्लेषक ताकाहिरा ओगावा ने कहा कि भारत की साख रेटिंग घटाने की सम्भावना तीन में से एक है। रेटिंग एजेंसी ने देश की लम्बी अवधि की रेटिंग को 'बीबीबी-' पर बरकरार रखा, जो निवेश की श्रेणी की सबसे निचली रेटिंग है।
प्रसाद ने कहा कि यह सब एक अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री के कार्यकाल में हो रहा है-विकास की कहानी की सच्चाई सामने आ गई है। उन्होंने कहा कि समस्या इसलिए सामने आ रही है, क्योंकि आर्थिक सुधार के मसले पर सरकार के अंदर आम सहमति नहीं है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नरसिम्हा राव सरकार के पास बहुमत नहीं था, जिसमें मनमोहन सिंह और प्रणब मुखर्जी दोनों मंत्री थे। फिर भी महत्वपूर्ण आर्थिक फैसले लिए गए। इसी तरह से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कई सहयोगी थे, लेकिन हमने कई महत्वपूर्ण आर्थिक फैसले लिए।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 25, 2012, 21:26