Last Updated: Thursday, May 17, 2012, 12:49
नई दिल्ली : भारत ने वैश्विक साख निर्धारण एजेंसी फिच से यह कहते हुए रेटिंग में सुधार की मांग की है कि वह सब्सिडी को सकल घरेलू उत्पाद के दो फीसद के आस-पास रखने और राजकोषीय घाटे को कम करने के लिये प्रतिबद्ध है।
वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां फिच के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद कहा कि हमने कहा कि हम सब्सिडी को दो फीसद तक रखने के प्रतिबद्ध हैं, हमने रेटिंग में सुधार की मांग की। फिच ने पिछले साल भारत के लिए बीबीबी ऋणात्मक की रेटिंग प्रदान की थी और वित्तीय उत्तरदायित्व को समय पर पूरा करने के संबंध में कुछ सुरक्षा उपायों का संकेत दिया था।
वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने इससे पहले अन्य रेटिंग एजेंसियों मूडीज और स्टैंडर्ड एंड पुअर्स के प्रतिनिधियों के साथ भी ऐसी बैठकें की थीं।
स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सरकार का झटका देते हुए पिछले महीने भारत का साख दृष्टिकोण स्थिर से घटाकर नकारात्मक कर दिया। हालांकि बीबीबी की रेटिंग बरकरार रखी है। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कल राज्य सभा में कहा कि सरकार राजकोषीय हालात से निपटने के लिए मितव्ययिता की पहल करेगी और कच्चे तेल, उर्वरक व खाद्य उत्पादों पर सब्सिडी सकल घरेलू उत्पाद के दो फीसदी के आसपास रखने की कोशिश करेगी।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 17, 2012, 18:19