Last Updated: Tuesday, May 14, 2013, 09:34

वाशिंगटन : भारत की दो इकाइयों में कुछ मिलावटी दवाइयां बनाने और उसके वितरण से संबंधित आरोपों को स्वीकार करते हुए रैनबेक्सी की अमेरिकी सहायक कंपनी 50 करोड़ डालर की राशि का भुगतान करने पर सहमत हो गई।
जेनेरिक दवा बनाने वाली किसी कंपनी द्वारा समझौते में यह अब तक की सबसे अधिक राशि है। अमेरिकी न्याय विभाग ने एक बयान में कहा कि भारत की जेनेरिक फार्मा कंपनी रैनबेक्सी लेबोरेटरीज की सहायक कंपनी रैनबेक्सी यूएसए ने सबसे बड़े दवा सुरक्षा समझौते में भारत में रैनबेक्सी के दो उत्पादन केंद्रों पर बनी कुछ खास मिलावटी दवाओं के निर्माण और वितरण से संबंधित आरोप स्वीकार कर लिए।
बयान में कहा गया कि रैनबेक्सी आपराधिक जुर्माने के तौर पर 15 करोड़ डालर और ‘फाल्स क्लेम्स एक्ट’ के तहत दीवानी दावा निबटाने के लिए 35 करोड़ डालर का भुगतान करने पर सहमत हो गई है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 14, 2013, 09:34