Last Updated: Friday, July 5, 2013, 17:10
नई दिल्ली : प्रमुख दवा कंपनी रैनबैक्सी लैबोरेट्रीज लिमिटेड का दावा है कि वर्तमान में वैश्विक बाजार में जारी उसकी सभी दवाएं सुरक्षित और प्रभावी हैं और उसने अपने कारखानों में अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल में 30 करोड़ डालर का निवेश किया है।
रैनबैक्सी दवाओं में मिलावट को लेकर हाल में अमेरिका में बड़ा विवाद सामने आया। इसके चलते कंपनी आखिर अमेरिका के दवा विभाग के साथ मामला निपटाने के लिए 50 करोड़ अमेरिकी डालर का भुगतान करने पर राजी हुई। रैनबैक्सी लैबोरेट्रीज जापान के दायची सैंक्यो समूह की कंपनी है।
कंपनी के सीईओ और प्रबंध निदेशक अरुण साहनी ने यहां जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा है, ‘रैनबैक्सी आज एक अलग कंपनी है, कंपनी के मौजूदा निदेशक मंडल और प्रबंधन ने हाल के वर्षों में कंपनी के कामकाज में व्यापक बदलाव किए हैं। कंपनी पूरी मजबूती और पेशेवराना ढंग से आगे बढ़ने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।’
साहनी ने कहा, ‘हमने अपनी विनिर्माण सुविधाओं में अत्याधुनिक तकनीक स्थापित करने के लिए 30 करोड़ डालर का निवेश किया है। हमने कर्मचारियों के लिए कड़ी आचार संहिता स्थापित की है और उसके अनुपालन की जवाबदेही तय की गई है।’ रैनबैक्सी 150 देशों में दवाइयां बेचती है। आठ देशों में विनिर्माण इकाइयां हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 5, 2013, 17:10