वापसी रोमांचक लेकिन नई चुनौती : नारायणमूर्ति

वापसी रोमांचक लेकिन नई चुनौती : नारायणमूर्ति

बेंगलुरु : एन. आर. नारायणमूर्ति ने कंपनी में अपनी दूसरी पारी के बारे में कहा कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा। उन्होंने कहा कि यह रोमांचक है लेकिन कुछ नई चुनौती जैसा है।

मूर्ति ने निदेशक मंडल द्वारा अपने आपको कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद संवाददाताओं से कहा ‘20 अगस्त 2011 को इन्फोसिस से निकलने के बाद मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं कार्यकारी की हैसियत से वापस आऊंगा। कुछ मायने में यह दूसरी पारी की तरह है क्योंकि सात साल पहले मैं कार्यकारी जिम्मेदारियां पूरी कर ली थी। 2006 से 2011 के बीच मैं गैर-कार्यकारी अध्यक्ष था और कार्यकारी जिम्मेदारी में वापस आना रोमांचक है लेकिन कुछ नई चुनौती जैसा है।’

नारायणमूर्ति ने कहा कि निवर्तमान अध्यक्ष केवी कामत ने जब 4 मई को उनसे मुलाकात कर इन्फोसिस के मूल्यवर्धन के लिए कंपनी में फिर वापस आने और प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी एसडी शिबूलाल और कार्यकारी अध्यक्ष एस गोपालकृष्णन की मदद करने के लिए आमंत्रित किया तो एस गोपालकृष्णन उस बात से बहुत उत्साहित थे पर वह (नारायणमूर्ति) खुद दुविधा में पड़ गए थे। एस. गोपालकृष्ण्न को अब कार्यकारी उपाध्यक्ष बनाया गया है।

मूर्ति जब 65 साल के हुए तो उन्होंने फैसला किया कि वह अपने प्रिय लोगों के साथ मिलकर अपने मन का काम करेंगे। इन्फोसिस में अपने आखिरी दिन शाम 5 बजकर 30 मिनट तक वह संस्थान के प्रति पूरे प्रतिबद्ध थे। उन्होंने कहा, ‘इन्फोसिस मेरे वयस्क जीवन की कहानी है।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, June 1, 2013, 23:06

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