Last Updated: Sunday, June 23, 2013, 22:48

शिवगंगा (तमिलनाडु) : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कोयला और लौह अयस्क जैसे खनिजों के भंडारों का खनन करने की यह कहते हुए रविवार क पुरजोर वकालत की कि इससे देश के विकास में मदद मिलेगी।
अपने गृह जिले के निकट मलमपट्टी आंध्रा बैंक की एक शाखा का उद्घाटन करने के बाद चिदंबरम ने कहा, ‘कुछ लोग नहीं चाहते कि खनिज भंडारों का खनन किया जाए। उनकी सोच है कि भंडारों को जस का तस रहने दें। इससे देश के विकास में किसी तरह की मदद नहीं मिलेगी।’
उन्होंने कहा कि चीन ने तेज विकास इसलिए हासिल की क्योंकि उनकी सोच और नजरिया विकास के प्रति अनुकूल है।
‘लेकिन भारत में, विकास को लेकर कई तरह की आलोचनाएं की जाती हैं। वे चाहते हैं कि कोयला भंडार जस के तस रहें। बिजली उत्पादन के लिए कोयला आवश्यक है और औद्योगिक विकास के लिए बिजली आवश्यक है।’
उन्होंने कहा कि जमशेदपुर लौह अयस्क का खनन किए बगैर इतना विकास नहीं कर सकता था। चिदंबरम ने कहा कि चूंकि वह 2009 में शिवगंगा से निर्वाचित हुए हैं, वह अपने चुनाव क्षेत्र में 74 बार आ चुके हैं। ‘यह मेरा 74वां दौरा है। अपने लोकसभा क्षेत्र का 100 बार दौरा कर शतक पूरा करना चाहता हूं।’
उन्होंने कहा कि आंध्रा बैंक की स्थापना 1923 में डाक्टर भोगराजू पट्टीबी सीतारमैया द्वारा की गई थी जो महात्मा गांधी के करीबी मित्र थे। तमिलनाडु में बैंक के पास 10,000 करोड़ रुपए की जमाराशि थी और उसने करीब 11,800 करोड़ रुपए ऋण दिया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 23, 2013, 22:48