Last Updated: Sunday, November 6, 2011, 07:37
नई दिल्ली : यूनान ऋण संकट को लेकर आगे के घटनाक्रम और कंपनियों के तिमाही वित्तीय नतीजे अगले सप्ताह बाजार की चाल तय करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि अनिश्चित वैश्विक घटनाक्रम और घटने-बढ़ने वाले परिणामों से बाजार सीमित दायरे में रह सकता है।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि अगले सप्ताह निगमित कंपनियों के कार्यपरिणाम और विशेष तौर पर यूनान के ऋण संकट से संबंधित वैश्विक संकेतों के कारण बाजार की आगे की दिशा निर्धारित होगी।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कंपनियों के दूसरी तिमाही के कार्यपरिणामों की घोषणाओं के बीच सप्ताह के दौरान बाजार में स्टाक विशेष आधारित गतिविधि देखने को मिलेगी। इसके अलावा यूनान से प्राप्त होने वाली खबरें, रुपये का उतार-चढ़ाव, यूरो क्षेत्र का संकट, अमेरिका के रोजगार आंकड़े एक बार फिर बाजार पर छाए रहेंगे।
शेयर बाजार जिस तरह से शुक्रवार को बंद हुआ है वह यह अहसास देता है कि बाजार में अब कुछ ठहराव आएगा और इसकी चाल सीमित दायरे में रहेगी।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 242.19 अंकों की गिरावट के साथ सप्ताहांत में 17,562.61 अंक पर बंद हुआ। हालांकि शुक्रवार को सेंसेक्स 80.68 अंक की तेजी के साथ बंद हुआ जहां 30 में से 22 शेयर लाभ में रहे।
सप्ताह के दौरान दो कारोबारी सत्र के दौरान बाजार में छुट्टी पड़ रही है। सोमवार सात नवंबर को बकरीद और 10 नवंबर को गुरु नानक जयंती की छुट्टी है।
सप्ताह के दौरान दूसरी तिमाही के कार्यपरिणामों की घोषणाओं के बीच स्टाक विशेष कारोबारी गतिविधियों के केन्द्र में रह सकते हैं। आने वाले सप्ताह में भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस पावर, रैनबैक्सी, इंडियन आयल कापरेरेशन, पावर फाइनेंस कापरेरेशन, डीएलएफ, टाटा स्टील, हिन्डाल्को इंडस्ट्रीज, महिन्द्रा सत्यम, रिलायंस कैपिटल और कोल इंडिया के अलावा कई अन्य कंपनियों के वित्तीय नतीजे सामने आएंगे।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 6, 2011, 13:07