वित्त मंत्री के आश्वासन पर इस सप्ताह और मजबूत हो सकता है रुपया

वित्त मंत्री के आश्वासन पर इस सप्ताह और मजबूत हो सकता है रुपया

मुंबई : रुपए में पिछले शुक्रवार को आई 135 पैसे की मजबूती का रूझान इस सप्ताह भी जारी रह सकता है क्योंकि निवेशकों को उम्मीद है कि सरकार और रिजर्व बैंक बाजार को स्थिर रखने के प्रयास जारी रखेंगे। बैंकों के कोष प्रबंधकों ने यह बात कही।

अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा बांड खरीद प्रक्रिया धीमी करने की आशंका के चलते 22 अगस्त को कारोबार के दौरान रुपया 65.56 के न्यूनतम स्तर को छू गया था। बाद में चालू खाते के घाटे (कैड) और राजकोषीय घाटे के बारे में वित्त मंत्री के अनुकूल वक्तव्य से 23 अगस्त को यह मजबूत होकर 63.20 के स्तर पर आ गया। चालू वित्त वर्ष में रुपए में अब तक 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हो चुकी है।

धनलक्ष्मी बैंक के कोषाध्यक्ष श्रीनिवास राघवन ने कहा, रुपए में इस सप्ताह भी शुक्रवार की तेजी का रख जारी रहना चाहिए। निवेशकों को उम्मीद है कि सरकार और आरबीआई विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी नियंत्रण की आशंका और धन जुटाने की योजनाओं पर चर्चा के लिए वित्त मंत्री पी चिदंबरम और वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सप्ताहांत शीर्ष बैंकरों और विदेशी निवेशकों से मुलाकात की।

बैठक के बाद वित्तीय सेवा सचिव राजीव टक्रू ने संवाददाताओं से कहा कि हफ्ते भर में निवेश आकर्षित करने से जुड़ी पहल की घोषणा होगी। चिदंबरम के साथ मौजूद आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम ने कहा, कैड के लिए धन की व्यवस्था के संबंध में अधिक परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का प्रवाह अच्छा है जो पहली तिमाही में यह 70 प्रतिशत बढ़कर नौ अरब डॉलर रहा है।

मायाराम ने कहा, हमारा मानना है कि निवेश में तेजी आएगी इसलिए हमें देखना होगा कि रुपए के मामले में हम स्थिरता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जितनी निकासी हुई है उसके मुकाबले बहुत अधिक निवेश होगा।

पिछले सप्ताह चिदंबरम ने कहा था कि रुपए का जितना मूल्य होना चाहिए उससे कम है और जिस स्तर पर होना चाहिए उससे बहुत अधिक गिर गया है। उन्होंने कहा था कि अत्यधिक और बेवजह निराश होने की कोई जरूरत नहीं है।

मायाराम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सरकार बढ़ते कैड के लिए धन की व्यवस्था ओर निवेशकों के रझान को प्रोत्साहित करने के लिए कई ढांचागत सुधार कर रही है। मायाराम ने कहा, इन सुधारों का नतीजा चालू वित्त वर्ष में ही दिखने लगेगा और हमें उम्मीद है कि इसका अगली तीन तिमाहियों की वृद्धि पर असर होगा। (एजेंसी)

First Published: Sunday, August 25, 2013, 21:29

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