Last Updated: Thursday, May 3, 2012, 15:39
नई दिल्ली : भारतीय विमानन कंपनियों को 2008 से 2011 के बीच लगभग 19,000 करोड़ रुपये का परिचालन नुकसान हुआ। नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने आज राज्यसभा में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 2011-12 में 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान अपेक्षित है। यह आंकड़ा विमानन कंपनियों द्वारा नागर विमानन महानिदेशालय के पास दायर रिटर्न के आधार पर निकाला गया है। केवल इंडिगो ही ऐसी विमानन कंपनी है जिसे इस दौरान नुकसान नहीं हुआ। सिंह ने कहा कि एयर इंडिया को 2008-09 में 5,548.26 करोड़ रुपये, 2009-10 में 5,552.44 करोड़ रु तथा 2010-11 में 6,865.17 करोड़ रु का घाटा हुआ।
विमानन मंत्री ने कहा कि नागरिक विमानन सचिव की अध्यक्षता में एक अंतर मंत्रालयी कार्यसमूह गठित किया गया है जो कि नागरिक विमानन क्षेत्र में मौजूदा स्थिति और उसके निदान के उपाय भी सुझाएगा। एक अन्य प्रश्न के जवाब में सिंह ने कहा पिछले तीन साल के दौरान उड़ान पर जाने से पहले 57 पायलट जांच में मदिरापान किए हुए पाए गए।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 3, 2012, 21:09