विमानन नीतियां प्रतिस्पर्धा के अनुकूल नहीं - Zee News हिंदी

विमानन नीतियां प्रतिस्पर्धा के अनुकूल नहीं

नई दिल्ली : विमानन क्षेत्र की अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ने कहा है कि नीतियां प्रतिस्पर्धा के अनुकूल नहीं होने की वजह से भारत में नागरिक उड्डयन क्षेत्र की पूरी संभावनाओं का दोहन नहीं हो पाया है।

 

अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ :आईएटीए: के प्रमुख टॉनी टाइलर ने सिंगापुर एयरशो एवियेशन लीडरशिप समिट के अवसर पर कहा, ‘भारत एक ऐसा बाजार है जो कि उचित नीतियां नहीं होने के कारण विमानन संभावनाओं के मामले में आगे नहीं बढ़ पाया है। भारत की नीतियां विमानन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा के अनुकूल नहीं है।’ उन्होंने उदाहरण देते हुये कहा कि विमानन क्षेत्र में उंचे कराधान, मुंबई में क्षमता की कमी और दिल्ली में बढ़ती आधारभूत लागत के कारण भारत में विमानन क्षेत्र की पूरी संभावनाओं का दोहन नहीं हो पा रहा है।

 

टाइलर ने कहा सिंगापुर सरकार के अनुकूल रुख के चलते विमानन क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण बन गया है और इस क्षेत्र में 1,19,000 रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं साथ ही सकल घरेलू उत्पाद में उसकी 5.4 प्रतिशत भागीदारी है। उन्होंने कहा सभी देशों में ऐसा नहीं है।

 

उन्होंने कहा, ‘भारतीय विमानन क्षेत्र में जो भी वृद्धि हुई है उसके लिये उंची लागत चुकानी पड़ी है। भारत की जनसंख्या सिंगापुर की कुल आबादी का 240 गुणा अधिक है जबकि विमानन क्षेत्र में कुल रोजगार उससे केवल 14 गुणा ही अधिक हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था में विमानन क्षेत्र का योगदान मात्र 0.5 प्रतिशता ही रहा है।

(एजेंसी)

First Published: Monday, February 13, 2012, 16:05

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